अमिताभ बच्चन ने बड़े पर्दे से लेकर छोटे पर्दे तक शानदार शोहरत हासिल की है. शोहरत के साथ-साथ दौलत भी कमाई है. बिग बी के पास आज सब कुछ है लेकिन एक वक्त आर्थिक तंगी भी झेल चुके हैं. कई बार कुछ फैसले आपको ऊंचाई पर पहुंचा देते हैं तो वहीं कुछ जमीन पर पटक देते हैं. अमिताभ के साथ भी ऐसा हो चुका है. बिग बी ने एक कंपनी बनाई थी एबीसीएल (ABCL), ये कंपनी फिल्म प्रोडक्शन से लेकर डिस्ट्रीब्यूशन और इवेंट मैनेजमेंट का काम करती थी. इस कंपनी को लेकर अमिताभ ने बहुत सपने देखे, कोशिश भी की लेकिन दांव उल्टा पड़ गया और मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा था.

दरअसल, बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन ने ABCL नामक कंपनी की नींव डाली थी. अमिताभ का सपना था कि इस कंपनी को बड़े पैमाने पर आगे ले जाने का और अलग-अलग तरह के सिनेमा को मंच देने का, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. कुछ फैसले गलत साबित हुए और कंपनी घाटे में चली गई, कर्ज का बोझ बढ़ गया, दिवालिया घोषित कर दिए गए. बिग बी की इस कंपनी को डुबाने में 5 प्रोजेक्ट्स का हाथ रहा. चलिए बताते हैं पूरा किस्सा.
फिल्में हुईं फ्लॉप, ABCL को तगड़ा नुकसान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमिताभ बच्चन ने करीब 60 करोड़ की लागत से ABCL को शुरू किया और पहले साल में करीब 15 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ. वहीं कुछ प्रोजेक्ट्स से तगड़ा नुकसान हुआ. साल 2013 में मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में अमिताभ ने अपने बुरे दिनों का जिक्र किया था.
अमिताभ की कंपनी ने ‘मृत्युदाता’ फिल्म बनाई. ये फिल्म बुरी तरह फ्लॉप रही. फिर ‘सात रंग के सपने’ फिल्म बनाई, ये फिल्म भी सफलता का मुंह नहीं देख पाई, लिहाजा ABCL को जबरदस्त नुकसान हुआ.
मिस वर्ल्ड शो ने बिगाड़ा बजट
ABCL ने मिस वर्ल्ड शो का आयोजन अपने हाथ में लिया. ये शो उतना सक्सेसफुल नहीं हुआ, जितनी उम्मीद जताई गई थी. बेंगलुरू में आयोजित इस शो ने भी कंपनी का बजट बिगाड़ दिया. कहते हैं कि आर्थिक संकट की वजह से कंपनी अपने कर्मचारियों और शो में शामिल लोगों को पेमेंट भी नहीं कर पाई. इसके अलावा ‘एबी बेबी, द म्यूजिक एल्बम’ निकाला गया. समय की मार ऐसी कि ये एल्बम भी लागत के मुकाबले कमाई नहीं कर पाई.
‘नाम क्या है’ फिल्म ने बना दिया दिवालिया
लगातार 4 प्रोजेक्ट फेल होने के बाद कंपनी ने ‘नाम क्या है’ फिल्म मे पैसा लगाया. इस फिल्म में मुकुल देव लीड एक्टर थे, ये फिल्म कभी रिलीज ही नहीं हो पाई, साथ ही ABCL के ताबूत की आखिरी कील भी साबित हुई. इस झटके ने कंपनी को दिवालिया करार दिया.
‘मोहब्बतें’ से मिला हौसला
अमिताभ बच्चन बुरी तरह हताश-निराश रहे लेकिन उम्मीद का दामन नहीं छोड़ा. एक इंटरव्यू में बताया था कि उस दौर से उबरने की कोशिश कर रहे थे, यश चोपड़ा के पास गए और बोले कि एक प्रोजेक्ट की सख्त जरूरत है.
यश जी ने भी निराश नहीं किया और ‘मोहब्बतें’ में अहम रोल दिया. इस फिल्म की सफलता ने अमिताभ को हौसला दिया. इसके बाद तो अमिताभ ने एक बार फिर सफलता की नई इबारत लिखना शुरू कर दिया.